१. सूर्य से संबंधित दान में गेहूं, तांबा, गुड़, लाल चंदन, लाल वस्त्र किसी 50 वर्ष से ऊपर के व्यक्ति को रविवार को दान करना चाहिए. उपाय में प्रातः तांबे के लोटे में जल, कुंकुम, अक्षत एवं लाल पुष्प डालकर सूर्य को अर्पित करें. भूरी गाय को गेहूं एवं गुड़ अपने हाथों से खिलाएं. बंदरों को गुड़ एवं चने खिलाएं. पिता के पैर छूकर आशीर्वाद लें एवं पिता की सेवा करें.
2. चन्द्र से संबंधित सफेद वस्त्र, दूध, चावल, शंख, मोती, सफेद चंदन, मिस्त्री (माता के समान स्त्री) को सोमवार को दान करना चाहिए.
3. मंगल से संबंधित दान में गुड़, मसूर की दाल, शहद, लाल वस्त्र, लाल चंदन, तांबा, सिंदूर. उपाय में हनुमान चालीसा या बजरंग बाण का पाठ करें. गाय को रोटी में गुड रखकर खिलाएं. हनुमान मंदिर में चोला चढ़ा. भाई से अच्छा संबंध रखें.
4. बुध से संबंधित दान में दान में हरा वस्त्र, मूंग की दाल, फल, हरि सब्जी, हरि कांच की चूड़ी, किन्नर या किसी कन्या को दान करें. उपाय में मूंग की दाल मंगलवार की रात को जल में भिगा दें एवं बुधवार को दिन में पंछियों को खिलाएं. बुधवार को गाय को हरा चारा घास या हरी सब्जी खिलाएं. बहन या बुआ को वस्त्र एवं मिठाई दान कर सकते हैं.
5. गुरु से संबंधित दान में पीला वस्त्र, हल्दी, चने की दाल, धार्मिक पुस्तक, पीला फल.
उपाय में बुधवार को रात को चने की दाल भिगोकर रखें और गुरुवार को प्रातः रोटी में चने दाल हल्दी एवं नमक भर के गाय को खिलाएं. पीपल के पेड़ पर जल अर्पित करें. किसी सच्चे साधु, महात्मा या गुरु का अपमान नहीं करना चाहिए.
6. शुक्र से संबंधित दान में चांदी, दूध, दही, घी, इत्र, चावल, मिश्री, सफेद मिठाई, सफेद चंदन, रेशमी रंगीन वस्त्र शुक्रवार को दान करें. उपाय में गाय को रोटी खिलाएं एवं गाय की सेवा करें. आटा एवं शक्कर चीटियों को डालें.
7.शनि से संबंधित दान में काले वस्त्र, उड़द, काले तिल, लोहे की सामग्री, जूते, सरसों का तेल, बादाम, काला छाता दान करें. उपाय में शनिवार को लोहे की कटोरी में सरसों तेल डालकर उसमें अपनी परछाई देखकर दान करें. शनिवार को संध्याकाल में पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं, काला तिल एवं मीठा जल चढ़ाएं तथा 7 बार परिक्रमा करें. मोर पंख पूजा स्थान में रखें. शनिवार को रोटी में हल्का सरसों तेल और नमक लगाकर काले कुत्ते या काली गाय या भैसा या कौए को खिलाएं. शराब का सेवन न करें.
8.राहु से संबंधित दान में नीले काले वस्त्र, जौ, काली उड़द, जटा वाला नारियल, चाय पत्ती, तंबाकू, मूली, कोयला इत्यादि दान करें. उपाय में कुष्ठ रोगी को भोजन कराएं जिसमें काले उड़द की एक सामग्री अवश्य होनी चाहिए. जौ कच्चे दूध से धोकर नदी में विसर्जित करें या पंछियों को खिलाएं. घर में या छत पर किसी भी प्रकार का बंद बिजली का सामान या कबाड़ न रखें. पारद शिवलिंग स्थापित करके रुद्राक्ष की माला से महामृत्युंजय मंत्र का स्वयं जाप करें.
9.केतु से संबंधित दान में चितकबरा कंबल, भूरा वस्त्र, नारियल, काला सफेद तिल, तिल का तेल, बकरा इत्यादि दान करें. उपाय में असगंध की जड़ धारण करें. काले एवं सफेद तिल के लड्डू गणेश जी को चढ़ा कर बांटें. कुत्ते को दूध एवं ब्रेड खिलाएं, प्रतिदिन कुत्ते को रोटी खिलाएं.